वैष्णव पत्रिका :– सभी बच्चों का दिमाग एक जैसा नहीं होता । कोई किसी चीज को जल्दी समझ जाता है, तो किसी को एक ही बात दस बार समझानी पड़ती है । यही कारण है कि परीक्षा में हर बच्चें के अंकों भी फर्क रहता है, परंतु ऐसा नहीं है कि आप बच्चे की दिमागी ताकत बढ़ा नहीं सकती । हालांकि यह एक दिन का काम नहीं है । यदि आप चाहतें है कि परीक्षा में आपका बच्चा भी अच्छा प्रदर्शन करें , तो शुरूआत से ही उसे खास दिमागी कसरतें सिखाएं ।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज :-
परीक्षा के समय में बच्चों को तनाव न हो इसके लिए रोजाना गहरी सांस लेने और फिर धीरे-धीरें छोडऩे के लिए कहें ।इससे उन्हें अच्छा महसूस होगा । साथ ही नियमित रूप से सांस लेने का व्यायाम से बच्चों में एकाग्रता बढ़ेगी, जिससे वे अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगें ।
दिमाग और शरीर के लिए वर्कआउट :-
कुछ खास तरह की एक्ससाइज से आप बच्चों को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट एवं एक्टिव रख सकतें है । दिमाग और शरीर में तारतम्य बनाएं रखनें के लिए सुबह उठने के बाद बच्चें को टो एक्ससाइज यानि पंजे को ऊपर एवं नीचे की तरह धुमानें का अभ्यास करवाएं । एक अन्य एक्ससाइज में यदि आपका बच्चा लैफ्ट हैंडेड है, तो उसे राइट से काम करने को और यदि राइट हैडेड है तो लैफ्ट हैंड से काम के लिए कहेें । इस तरह से प्रैक्टिस करने पर दिमाग और शरीर में को-ऑडिनेशन बना रहता है और ब्रेन शार्प होता है । बैठ कर बच्चे को अपनी दाहिनी कोहनी से बाएं घुटने को टच करने को कहें । ५ मिनट तक ऐसा करें और फिर बाई कोहनी को दाहिने घुटने से टच करने को कहें ।
एकाग्रता के लिए खेल :-
यदि आप चाहतें है कि पढ़ाई में आपका बच्चा होशियार बने तो इसके लिए आपको शुरू से ही कुछ ऐसा करना होगा, जिससे बच्चेकी एकाग्रता और याददाश्त बढ़े । उनके सभी खिलौनों को एक लाइन से रखें । फिर ढक कर उनमें से एक हटा लें और बच्चें से पूछें कि इनमें से कौनसा खिलौना गायब है । इसी तरह आप बच्चें से कह सकते है कि आप घर में मौजूद एक जैसी चीजों को शॉर्ट लिस्ट लिस्ट करें । बड़े बच्चों टीनएजर के सामने १५ सैकंड के लिए ढेर सारी चीजें रखें और फिर हटा लें । अबउनसे पूछे कि उनमें से कितनी चीजें उसे याद है। शुरू आत में आप ५-६ चीजें रख सकती है , फिर धीरे-धीरे संख्या बढ़ाए ।
मैमोरी एक्ससाइज :-
ब्रेन एक्ससाइज का यह एक और आसान तरीका है । बच्चों को छोटी उम्र से ही उनके नाम की स्पैलिग, परिवार के सदस्यों के नाम, उनकी गिनती, एडे्रस फोन नंबर आदि सिखाना मैमोरी एक्ससाइज का हिस्सा है । इसके अलावा कविता, गाना, छोटी कहानियां आदि याद कराने से बच्चों का दिमाग चीजों पर फोकस कर पाता है और उन्हें याद रख पाता है और उन्हें याद रख पाता है। जो बच्चों कम उम्र से ही ये सब करते रहते है बड़े होने पर वे पढ़ाई एकाग्रता से कर सकते है ।
कॉसवर्ड पजल्स :-
बड़े बच्चों के लिए क्रॉसवर्ड सॉल्व करना बेहतरीन ब्रेन एक्ससाइज है । इससे उनकी चीजों को याद रखने और सोचने की शक्ति बढ़ती है ।
क्रिएटिव आऊटडोर एक्टिविटी-बच्चों को रोजाना कम से कम २ घंटे के लिए बाहर पार्क में ले जाएं । उन्हें टै्रपलीन जपिंग और रेत से घर बनाने जैसे खेल खेलने के लिए प्रेरित करेें ।वैष्णव पत्रिका