कही पानी तो कही टमाटर का होता है उपयोग
वैष्णव पत्रिका । होली एक ऐसा पर्व है जिसके अंदाज और मस्ती की बात सबसे निराली होती है. लेकिन कई देश ऐसे भी हैं जहां होली तो नहीं लेकिन इससे मिलते जुलते त्यौहार मनाये जाते हैं। इन त्यौहारों में पानी की बौछार से लेकर टमाटरों की मार तक का आनंद लिया जाता है । एशिया के थाईलैंड, म्यांमा, कम्बोडिया और लाओस में होली से मिलता जुलता एक पर्व मनाया जाता है जिसे वाटर फेस्टीवल कहा जाता है. यह त्योहार सूर्य के मेष राशि में प्रवेश और उनकी मान्यताओं के अनुसार नववर्ष के आगमन पर मनाया जाता है। थाईलैंड में सोंगकरन उत्सव के नाम से यह त्योहार प्राय: 13 से 15 अप्रैल तक मनाया जाता है. इसमें लोग एक दूसरे पर पानी डालते हैं , एशिया में अप्रैल की गर्मी में पानी की बौछार लोगों को राहत देती है. पानी की बौछार डालने का तरीका काफी हद तक भारत में रंगों की बौछार से मिलता जुलता है. पड़ोसी म्यामांर में जल उत्सव मेकांग के नाम से मनाया जाता है. इसे थिंगयान भी कहते हैं. म्यामांर के नववर्ष के अवसर पर मनाये जाने वाले इस त्योहार में देश के सभी लोग भाग लेते हैं. लोग एक दूसरे पर रंग और पानी की बौछार करते हैं. वहां यह धारणा है कि आप दूसरे व्यक्ति पर पानी डालकर उसके पाप धो डालते हैं. युवा पीढ़ी इस परंपरा का जमकर आनंद उठाती है ।
नव वर्ष के अवसर पर जल फेंकने का यह त्योहार कंबोडिया में चाउन चानम थेमी और लाओस में पियामी के नाम से मनाया जाता है। स्पेन दुनिया का एक ऐसा देश है जहां रंग के बजाय टमाटर से होली खेली जाती है.ला टोमाटीना नामक इस त्योहार का धर्म से कोई सरोकार नहीं है और न ही इसका प्राचीन इतिहास है. यह उत्सव 1945 से शुरू हुआ और धीरे धीरे पूरी दुनिया में विख्यात हो गया। स्पेन के बुनोल वलेनसिया में मनाये जाना वाला यह त्योहार हर साल अगस्त माह के अंतिम शनिवार को होता है. इसमें 30 हजार से अधिक लोग भाग लेते हैं और हर व्यक्ति के हाथ में होता है लाल सुर्ख टमाटर. टमाटर उत्सव पूर्वाह्न 11 बजे से शुरू होता है. लोग एक दूसरे पर टमाटर फेंकते हैं. देखते देखते टमाटर का कीचड़ तैयार हो जाता है और मस्ती में डूबे लोग इस पर फिसलने लगते है । टमाटरों के इस दिलचस्प खेल में भाग लेने के नियम भी दिलचस्प हैं. इनके अनुसार, टमाटर फेंकने से पहले इसे खुद ही फोडऩा पड़ता है. शर्त यह भी होती है कि टमाटर के अलावा कोई और चीज नहीं फेंकी जायेगी. टमाटर उत्सव की लोकप्रियता का अंदाज इसी तथ्य से लग जाता है कि इस दिन लोग एक लाख 25हजार किलोग्राम से अधिक टमाटर इस आयोजन की भेंट चढ़ा देते हैं.