भैरू भलो रे भलो , पहला दुल्हा पहुंचा बारहगुवाड

भैरू पुरोहित ने जीता ओलम्पिक में स्वर्ण
बीकानेर । पूरे भारत में प्रसिद्ध बीकानेर का पुष्करणा सामूहिक सावा आज शहर में आर्कषण का केन्द्र बना है । सैकड़ो बारातों में प्रतिस्पद्र्धा के चलते भैरू पुरोहित बारह गुवाड चैक में पहुंचने वाले पहले दुल्हा बनें । पुरस्कार के रूप में प्रतियोगी भैरू ने 5100 नकद और नाथद्वारा की यात्रा जीत ली है । विगत रहें बाहर गुवाड चैक में पहले पहुंचने वाली तीन दुल्हों को पुरस्कार दिया जाता है । यह सावा बीकानेर की संस्कृति को प्रेषित करने का एक ऐेतिहासिक आयोजन है । हर दो साल से आने वाला पुष्करणा सावा शादी करने वाले परिवारों ओर बारातियों के लिए एक अनुठा अनुभव रहता है इसमें वर-वधु दोनों पक्षों पर आर्थिक प्रभार ना पड़े ओर शहर परकोटा संस्कृति ओर एकजुटता का परिचय पूरे देश को दिखायें ऐसा लक्ष्य रहता है । सभी वर वधु परिवारों के उज्जवल भविष्य की मंगलकामनाएं वैष्णव परिवार करता है ।

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