अपना समय बर्बाद न करे

अपना समय बर्बाद न करे

वैष्णव पत्रिका : – इस संसार में समय धन से भी अधिक शक्तिशाली और अमूल्य वस्तु है। यदि एकबार अमूल्य समय चला जाता है, तो यह हमेशा के लिए चला जाता है और लौटकर कभी भी वापस नहीं आता है क्योंकि यह हमेशा आगे की ओर चलता है न कि पीछे की ओर । यह बिल्कुल सत्य है कि अगर कोई व्यक्ति समय की महत्वता को नहीं समझता तो समय भी उस व्यक्ति की महत्वता को नहीं समझता है। यदि हम समय को ऐसे ही नष्ट करेंगे तो एक दिन समय भी हमें बहुत बुरी तरह से नष्ट करेगा। यह सच है कि, “समय कभी किसी के लिए न रुका हैं और न ही रुकेगा ।” एक समय पर, समय केवल एक ही अवसर देता है, यदि हम इसे एकबार खो देते हैं, तो इसे वापस असंभव हैं।
ऐसा कहा जाता है कि, समय ही धन है हालांकि, इससे हम धन की तुलना समय से नहीं कर सकते हैं क्योंकि, यदि हम धन को एकबार खो देते हैं, तो इसे किसी प्रकार वापस कमाया जा सकता हैं । लेकिन हमने समय को एक बार खो दिया, तो इसे किसी भी साधन के द्वारा दोबारा प्राप्त नहीं किया जा सकता है। समय धन और ब्रह्माण्ड की अन्य सभी वस्तुओं से ज्यादा कीमती है। निरंतर बदलता हुआ समय, प्रकृति की अनूठी संपत्ति को दिखाता है तथा बदलाव प्रकृति का नियम है।”

संसार में सबकुछ समय के अनुरूप चलता है। और समय के अनुरूप ही बदलता हैं क्योंकि समय से कुछ भी स्वतंत्र नहीं है। लोग सोचते हैं कि, जीवन कितना लम्बा है हालांकि, सच तो यह है कि, जीवन बहुत ही छोटा है और हमारे पास जीवन में करने के लिए बहुत सी चीजें हैं। हमें अपने जीवन का हर एक पल समय को नष्ट किए बिना उपयोग करना चाहिए।

हमारी दैनिक दिनचर्या जैसे- स्कूल का कार्य, गृह कार्य, सोने के घंटे, जागने का समय, भोजन करना समय के अनुसार आयोजित होनी चाहिए। हमें कठिन परिश्रम करने का आनंद लेना चाहिए और कभी भी अपनी अच्छी आदतों को बाद में करने के लिए टालना नहीं चाहिए। हमें समय के महत्व को समझना चाहिए और इसी के अनुसार रचनात्मक ढंग से प्रयोग करना चाहिए, ताकि हम समय से धन्य हो न कि नष्ट हो।

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